Fixed rate of Interest vs Floating rate of Interest
हम सभी का एक सपना होता हैं , कि अपना घर होना चाहिए | यह एक अच्छा निर्णय हो सकता हैं , कि आप इस सपने को पुरा करने के लिए Home loan लें |
Home loan लेना एक फायदेमंद निर्णय साबित हो सकता हैं , जब इसे सोच और समझकर लिया जाएँ , क्योंकि यह हमारी जिंदगी का एक बहुत बड़ा फैसला होता हैं ,जो की हमारी financial stability को प्रभावित कर सकता हैं |
अकसर जब आप Home loan लेने के लिए जाते हैं , तो आपको दो तरह के interest rate offer किये जाते हैं |
- Fixed rate of Interest
- Floating rate of Interest
अकसर borrower इस दुविधा में पढ़ जाते हैं , की वो कौन सा Interest rate चुने | और ये दुविधा लाजमी हैं , क्योंकि दोनों ही interest rate एक दूसरे से काफी अलग हैं |
इसलिए आज के इस article में हम आपको बताएंगे , की fixed rate of interest क्या हैं ,और floating rate of interest क्या हैं , और यह दोनों एक दूसरे से कैसे अलग हैं ? ताकि आप इस जानकारी के आधार पर अपने Home loan के लिए , एक बेहतर rate of interest चुन सके |
Fixed rate of interest क्या हैं ?
Fixed rate of Interest जैसा की नाम से ही पता चलता हैं , इसमें आपका rate of interest fixed रहता हैं , यानी की इसमें आपको अपनी Monthly EMI fixed और equal installment में चुकानी होगी , जब तक की आपका loan tenure पूरा ना हो जाए |
Fixed rate of interest का सबसे बड़ा फायदा यह होता हैं , की इसमें ब्याज दरों में आए बदलाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता | यानी की अगर ब्याज दरें बढ़ती भी हैं , तो भी आपका rate of interest fixed ही रहेगा |
Fixed rate of interest आपके लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता हैं , अगर आपको लगता हैं , की ब्याज दरें अपने निचले स्तर पर हैं , और भविष्य में आगे यह बढ़ सकती हैं |
Fixed rate of interest एक फायदा यह भी हैं , इसमें आपको अपना budget बनाने में आसानी होती हैं , क्योंकि आपको पता होता हैं की आपको अपने loan की repayment fixed और equal installment में करनी हैं |
Floating rate of interest क्या हैं ?
Floating rate of interest volatile होता हैं , जिसका मतलब हैं , अगर ब्याज दरों में बदलाव आता हैं , तो आपकी Monthly EMI भी बदलेगी | Generally, यह बदलाव हर तीन महीने बाद यानी ( हर एक quarter ) बाद revised होता हैं |
Floating rate of interest depend करता हैं , Base rate पर, अगर Base rate बदलता हैं , तो rate of interest का बदल जाना स्वाभाविक हैं |
Usually, Fixed rate of Interest 1-2.5 % ज्यादा हो | Floating Interest rate की तुलना में |
Fixed rate of Interest vs Floating rate of Interest
Sno. | Fixed rate of Interest | Floating rate of Interest |
---|---|---|
1. | इसमें ब्याज दर अधिक रहती हैं | | इसमें ब्याज दर कम रहती हैं | |
2. | इसमें आपको Budget बनाने में आसानी होती हैं | | Budget बनाने में difficulty का सामना करना पड़ता हैं | |
3. | ब्याज दरों में आये बदलाव से इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता , ये fixed ही रहता हैं | | यह volatile होता हैं , यानि की अगर ब्याज दरें बदलती है , तो floating rate of interest भी बदलेगा | |
4. | इसमें Risk कम होता हैं | | यहां Risk ज्यादा होता हैं | |
उम्मीद करतें हैं , इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी , आपको यह पोस्ट कैसी लगी हमे comment करके जरूर बताएं |