दोस्तों भारतीय शेयर बाजार से मुनाफा कमाने के लिए कई Trading style है , जिनमे से एक हैं Swing trading . ये एक पुराना trading style है , लेकिन ये उतना ही महतवपूर्ण भी है |
दरअसल Swing trading को Trading King भी कहा जाता हैं , इसलिए आज के इस Article में हम देखेंगे की Swing trading क्या है , यह क्यों महतवपूर्ण हैं और साथ ही यह Intraday trading से कैसे अलग हैं ? एकदम सरल और आसान भाषा में |
SWING TRADING क्या हैं ?
Swing trading एक Delivery based trading style है | इसमें शेयर्स की delivery ली जाती हैं , ये delivery कुछ सप्ताह से लेकर कुछ महीनो तक की हो सकती है , इसलिए इसे Monthly trading भी कहा जाता हैं | Swing trading से 5-10 % तक का मुनाफा कमाया जा सकता हैं |
लेकिन , इसमें ध्यान देने वाली बात यह है की इसमें Overnight Risk बना रहता हैं , यानि की शेयर्स को खरीदकर कम से कम एक रात के लिए Hold करना पड़ता हैं |
SWING TRADING कैसे सीखें ?
Swing trading सिखने के लिए Technical Analysis की जरुरत पड़ती हैं , Technical Analysis किसी भी trading style का आधार माना जाता हैं | Technical Analysis क्या हैं , यह कैसे काम करता है ? इसके Basics आपको पता होने चाहिए | Technical Analysis के बारें में और ज्यादा जानने के लिए आप हमारी पोस्ट ” Technical Analysis क्या हैं “ इसे पढ़ सकतें हैं |
SWING TRADING कैसे करें ?
Swing trading करने के लिए आपके पास एक Demat और Trading account होना जरुरी है | Trading account “Securities” को trade करने के लिए जरुरी होता हैं , जबकि Demat account उन्ही खरीदी गयी securities को Hold करने के लिए जरुरी होता है | Demat और Trading account आप किसी भी Discount Broker के पास से खुलवा सकतें है |
Swing trading करने के लिए आपको कुछ जरुरी बातें ध्यान में रखनी होती है , जो की इस प्रकार हैं –
Trend के साथ चलें –
जब भी आप Swing trading करें , तो यह सुनिश्चित कर लें की आप Trend के साथ बने हुए है | इसके लिए आप अपनी analysis शुरू करने से पहले ही अपने chart पर Trend line draw कर लें |
ध्यान दें , Trend के विपरीत न चलें , अगर price एक लम्बे time तक consolidate कर रहा हैं , तो हो सकता हैं price वहां से अपनी दिशा बदले | ऐसे में आपको कुछ समय तक wait करना हैं , और Breakout या Breakdown आने के बाद ही आपको initiate करना हैं |
Highly Liquidity stocks चुने –
ऐसे Stocks चुने , जो Highly Liquid हो यानि , जिनमे Short-term में movement बनी रहती हो |
Support & Resistance –
Support & Resistance वही होतें हैं , जहाँ से price ऊपर या निचे नहीं जा पाती , कोशिश यही करें , की आप support पर breakout के बाद खरीदें और Resistance पर breakdown के बाद बेचें यानि ( short position ) लें |
Stoploss और Target set करें –
चाहें आपकी analysis कितनी ही बेहतर क्यों न हो और आपके success rate कितने ही ज्यादा क्यों न हो | आपको अपना stoploss और target जरूर लगाना चाहिए , ऐसा करके आप अपने नुक्सान को कम कर सकतें हैं |
Stoploss आप उस candle का अपनी position के हिसाब से low या high ले सकतें हैं , जिस candle पर आपने trade ली है , और Target को आप Risk to Reward ratio को ध्यान में रखकर set कर सकतें है | उद्हारण के तौर पर 1:2 या 1:3 इत्यादि |
SWING TRADING के लिए कौन सा Time-frame चुने ?
अगर आप stocks की कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह तक hold करना चाहतें है , तो आप Daily time-frame और Weekly time-frame दोनों का इस्तेमाल कर सकतें हैं |
ध्यान दें , Swing trading में आप छोटे time-frame जैसे 5 min , 15 min , time-frame को avoid करें |
SWING TRADING के लिए कौन सा Trading Platform चुने ?
Swing trading के लिए आप ऐसे Trading Platform चुने , जिसे आप अपने हिसाब से Customize कर सकें | इसके आलावा अगर आप beginners है , तो कोशिश करें आप वही trading platform को चुने , जहाँ पर आपको बिना कोई subscription लिए अपनी Requirements के हिसाब से features और tools मिल जातें है | आप चाहे तो Tradingview या Investing.com के साथ जा सकतें हैं |
SWING TRADING के फायदे और नुक्सान
फायदे –
1. Monthly Income – Swing trading का सबसे बड़ा फायदा यही है , की यहाँ पर कम risk के साथ 5-10 % तक का मुनाफा आसानी से कमाया जा सकता हैं |
2. Time-Saving – Swing trading में आपको Intraday trading की तरह लगातार screen के सामने नहीं रहना पड़ता | यह एक part-time trading की तरह है | जिसमे आप ज्यादा समय देने और दिमाग पर पड़ने वाले extra stress से बच जातें है |
3. Swing trading में आपको रोजाना Intraday की तरह stock analysis नहीं करना पड़ता | इसमें सिर्फ दिनों या सप्ताह में एक बार stock analysis करना पड़ता है | जिसके बाद इसे कुछ दिनों या सप्ताह तक hold करना पड़ता हैं |
नुक्सान –
1. Wrong trade – Swing trading का सबसे बड़ा नुक्सान यही है , की जब आपने किसी ऐसे stocks में position ली हो , जिसमे ज्यादा movement न हो , क्योंकि swing trading में positions को कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह तक hold करके रखा जाता है |
2. Money Margin – Swing trading में आपको Day trading की तरह money margin की सुविधा नहीं दी जाती | यहाँ पर सारा पैसा आपको अपनी जेब से लगाना पड़ता हैं |
3. Missed Long-term Opportunity – Swing trading में stocks को कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह तक hold किया जाता है | इस दौरान बनने वाले Swing से एक swing trader को मुनाफा कमाना होता है | आमतौर पर इस short-term trend के लिए अक्सर एक swing trader एक बड़ी Rally को खो देता है |
INTRADAY TRADING और SWING TRADING में अंतर
S no. | Intraday trading | Swing trading |
---|---|---|
1. | Intraday trading में एक trading session के दौरान कई trade लिए जा सकतें हैं | | हालाँकि , यह एक delivery based trading हैं , इसलिए इसमें दिनों , सप्ताहों , और महीने के अंतराल पर कई trade लिए जा सकतें है | |
2. | Intraday trading में positions उसी दिन square-off करनी पड़ती है | | Swing trading में positions को कई दिनों से लेकर कई सप्ताह और महीने तक hold करा जा सकता हैं | |
3. | Intraday trading full-time job की तरह होती है | | Swing trading एक part-time job की तरह है , जिसे आप अपने free-time में भी कर सकतें हैं | |
4. | Intraday trading में brokers की तरफ से money margin की सुविधा दी जाती है | | Swing trading में किसी भी प्रकार की money margin की सुविधा नहीं दी जाती | |
5. | Intraday trading में risk ज्यादा involve रहता हैं , क्योंकि यहाँ limited trading hours के भीतर कई trade लेने पड़ते हैं | | Swing trading में Intraday trading की तुलना में risk काफी कम होता है , क्योंकि यहाँ multiple trade लेने के लिए कोई समय सिमा नहीं होती | इसमें सप्ताह और महीने के अंतराल पर कई trade लिए जा सकतें है | |
उम्मीद करतें हैं , इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी जानकारी जैसे ( Swing trading क्या है , Swing trading कैसे सीखें , Swing trading कैसे करें , Swing trading के फायदे और नुक्सान तथा Swing trading और Intraday trading में अंतर इत्यादि ) आपके लिए उपयोगी साबित होगी |
अगर आपके पास इस पोस्ट से जुड़े अभी भी कोई सवाल है , तो उसे आप हमसे निचे दिए गये comment section में पूंछ सकतें हैं |