पिछले कुछ दशकों में नौकरी से हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी हैं | कुछ समय पहले आयी एक Report के मुताबिक़ भारत में 20 % व्यवसायों की मालिक महिलायें हैं |
इस तरह व्यावसायिक क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए , कई सरकारी और निजी बैंकों द्वारा , कई प्रमुख loan योजनाएं शुरू की गयी हैं , जो की इस प्रकार हैं -
सेंट कल्याणी योजना , सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा शुरू की गयी हैं | इस योजना के तहत यह loan उन महिलाओं को प्रदान किया जाता हैं |
जो महिला उद्यमी अपना नया business शुरू करने या अपने मौजूदा business को बढ़ाना चाहती हैं | इस योजना का लाभ उठाने के लिए महिला का 18 वर्ष से अधिक होना जरुरी हैं , तथा इसमें आय की कोई सिमा नहीं हैं |
मुद्रा योजना को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ( PMMY ) के तहत 2015 में शुरू किया गया था | इस योजना के तहत व्यक्तियों , startup और इसके साथ महिला उद्यमियों को लोन दिया जाता हैं |
इस योजना का मकसद छोटे कारोबारियों को अपना नया business शुरू करने या मौजूदा business को बढ़ाने के लिए 50 हज़ार से 10 लाख तक ऋण दिया जाता हैं |
यह योजना भारतीय महिला बैंक द्वारा चलाई जा रही हैं , जिसका हाल में ही SBI के साथ merger हुआ हैं | इस योजना के तहत महिलाओं को कई तरह के ऋण दिए जातें हैं , इसमें श्रृंगार और अन्नपूर्ण योजनाएं भी शामिल हैं |
श्रृंगार योजना के तहत उन महिला उद्यमियों को लोन दिया जाता हैं , जो अपना beauty parlour, saloon, spa खोलना चाहती हैं , वहीँ अन्नपूर्णा योजना लंच बेचने या फ़ूड कैटरिंग बिज़नेस के लिए दिया जाता हैं |
कैनरा बैंक द्वारा नयी और वर्तमान महिला उद्यमियों दोनों को ऋण दिया जाया हैं | यह योजना या तो नयी और मौजूदा business unit की working capital से संबद्धित आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दिया जाता हैं |
देना बैंक की शक्ति योजना खेती और उससे सम्बंधित गतिविधियों, रिटेल व्यापार, माइक्रो क्रेडिट, शिक्षा और सर्विस सेक्टर सहित कई क्षेत्रों में महिला उद्यमियों को साहयता प्रदान करती हैं | हालाँकि लोन के लिए दिया जाने वाला अधिकतम पैसा, उस सेक्टर पर निर्भर करता हैं, जिसमे आपका बिज़नेस हैं |