आज के article में हम Debt Ratio क्या हैं , Debt Ratio formula और किसी कंपनी का Debt Ratio कैसे calculate किया जाता हैं , इसके बारें में विस्तार से जानने वाले हैं –
DEBT RATIO क्या हैं ?
Debt Ratio एक तरह का Solvency ratio है , जिसका उपयोग कंपनी की solvency पता करने के लिए किया जाता हैं , इसे Debt to Asset ratio भी कहा जाता हैं | Debt ratio से हमे पता चलता है , की कंपनी के पास जो assets हैं , उनमे कितना portion debt का हैं , यानि की कंपनी की शुरुआत से लेकर अब तक कंपनी के पास जो assets हैं , उन assets का कितना प्रतिशत हिस्सा कंपनी ने कर्ज लेकर तैयार किया हैं |
उदहारण के तौर पर,
अगर किसी कंपनी के debt ratio 0.5 यानि 50 % हैं , तो इसका मतलब हैं कंपनी के पास जो assets हैं , उनमे से 50 % हिस्सा कर्ज का हैं | किसी कंपनी में निवेश करतें समय हमेशा एक निवेशक को यह ratio जरूर देखना चाहिए | इससे पता चलता हैं , की कंपनी कितने लम्बे समय तक survive कर पायेगी |
DEBT RATIO Formula
Debt Ratio का formula बहुत ही सरल हैं | इसमें कंपनी के total debt को total asset से compare किया जाता हैं | एक लम्बे समय के लिए किसी कंपनी की solvency पता करने के लिए Long-term debt और Short-term debt दोनों को शामिल किया जाता हैं | long-term debt को long-term borrowings और short-term debt को short-term borrowings के नाम से भी जाना जाता हैं |
DEBT RATIO कैसे Calculate किया जाता हैं ?
किसी भी कंपनी का Debt ratio calculate करने के लिए आपको total debt और total assets की जरुरत पड़ती हैं , जो की आपको किसी कंपनी की balance sheet में आसानी से मिल जातें हैं |
हमने यहाँ Reliance Industries का उद्हारण लिया हैं , इस तरह आप किसी भी कंपनी का debt ratio निकाल सकतें हैं | निचे कुछ line items को highlight करके दिखाया गया हैं |
Long-term borrowings = 1,60,598 cr
Short-term borrowings = 33,152 cr
Total Assets = 8,73,673 cr
Debt Ratio = ( 1,60,598 + 33,152 ) / 8,73,673
= 0.22 यानि 22 %
इसका मतलब है , कंपनी के पास जो assets है , उनमे 22% हिस्सा कर्ज का हैं | अब ये ratio कम है या ज्यादा , इसका पता आप इसी sector में मौजूद इसकी competitors कंपनियों से इसकी तुलना करके पता लगा सकतें हैं |
एक अच्छा DEBT RATIO कितना होना चाहिए ?
एक अच्छा Debt ratio तभी माना जाता हैं , जब यह 0.5 से कम हो , लेकिन यह सभी sector की कंपनियों पर लागु नहीं होता | उदहारण के तौर पर power companies और banking sector के लिए यह रेश्यो 0.5 से ऊपर हो सकता हैं , क्योंकि इनका cash flow आमतौर पर काफी stable रहता हैं , लेकिन ideally यह ratio 1 से कम ही होना चाहिए |
उम्मीद करतें है , इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी जानकारी जैसे ( Debt Ratio क्या हैं , Debt Ratio formula , Debt Ratio calculation इत्यादि ) आपके लिए उपयोगी साबित होगी |
अगर आपके पास इस पोस्ट से जुड़े अभी भी कोई सवाल है , तो उसे आप हमसे निचे दिए गए comment section में पूंछ सकतें हैं |