आज के इस article में हम Current Ratio के बारें में जानने वाले हैं | Current Ratio “Liquidity Ratio” का ही एक हिस्सा हैं , जो हमे कंपनी की liquidity के बारें में बताता हैं | इससे पहले हम ये जाने की current ratio क्या होता है , उससे पहले हम ये समझ लेते हैं liquidity क्या होती हैं ?
Liquidity से हमे पता चलता हैं , की कोई कंपनी short-term में कितनी आसानी से अपनी current assets से current liabilities को चूका सकती है | यहाँ पर short-term का अर्थ है ” एक वर्ष के भीतर “ . Liquidity Ratios से हमे पता चलता हैं , की कंपनी की short-term में liquidity कैसी हैं ?
Current Ratio क्या हैं ?
Current Ratio एक तरह का liquidity Ratio हैं , जो किसी कंपनी की liquidity के बारें में बताता हैं | इससे पता चलता हैं , की जरुरत पड़ने पर कोई कंपनी कितनी आसानी से अपनी current assets से current liabilities को चूका सकती हैं | इसमें कंपनी के current assets को current liabilities से compare किया जाता हैं |
ध्यान दें , Current assets में उन्ही items को शामिल किया जाता हैं , जिन्हे आसानी से 1 वर्ष के भीतर cash में convert किया जा सकता हैं , जिस तरह से current assets होती है , उसी तरह से current liabilities भी होती है , जिन्हे 1 वर्ष के भीतर चुकाना होता हैं |
Current Ratio Formula
किसी भी कंपनी का Current Ratio पता लगाने के लिए Current Assets और Current Liabilities की जरुरत पड़ती हैं , जिसे आप किसी भी कंपनी की Balance sheet में आसानी से देख सकतें हैं |
Current Assets और Current Liabilities में मुख्य तौर पर कई items को शामिल किया जाता हैं , जैसे –
Current Ratio कैसे calculate किया जाता हैं ?
उदहारण के तौर पर हमने Asian Paints को लिया है , इस तरह आप किसी भी कंपनी का current ratio निकाल सकतें हैं | निचे दी गयी balance sheet में कुछ line items को Highlight करके दिखाया गया है |
यहाँ पर , Current Assets = 12,026.60 cr
Current Liabilities = 5,925.86 cr
Current Ratio = 12,026.60 / 5,925.86
= 2 or 2:1
आप देख सकतें हैं , Asian paints का current ratio 2:1 हैं , जिसका मतलब हैं हर 1 रु की liability चुकाने के लिए कंपनी के पास 2 रु हैं | जो की एक अच्छा संकेत हैं |
Generally आपको यह रेश्यो manually calculate करने की जरुरत नहीं पड़ती , बल्कि आपको यह पहले से ही calculated form में मिल जातें है | आप moneycontrol website से किसी भी कंपनी का current ratio पता कर सकते हैं |
Current Ratio कम या ज्यादा होने पर क्या पता चलता हैं ?
Current Ratio आमतौर पर short-term में किसी कंपनी की liquidity के बारें में बताता है , जो की एक खास अनुपात में होती हैं | इस अनुपात का कम या ज्यादा होना कंपनी की liquidity में गिरावट या बढ़ोतरी को दिखाता हैं |
अगर यह अनुपात 1 से कम होता हैं , तो इसका मतलब साफ़ हैं , की कम्पनी के पास पर्याप्त मात्रा में ऐसे current assets नहीं हैं , जिनसे current liabilities को चुकाया जा सके |
वहीँ , अगर यह अनुपात 1 के बराबर होता हैं , तो इसका मतलब हैं , कंपनी के पास हर 1 रु की liability चुकाने के पीछे 1 रु की asset हैं , लेकिन यह कोई ideal ratio नहीं हैं , क्योंकि अगर कंपनी को एक वर्ष के भीतर अपनी सभी current liabilities पूरी करनी पड़ जाती हैं , तो कंपनी के पास working capital के तौर पर कुछ नहीं बचता |
एक अच्छा Current Ratio कितना होना चाहिए ?
Ideally यह ratio 1.5 से 3 के बीच अच्छा होता हैं , जिससे पता चलता हैं की कंपनी के पास पर्याप्त मात्रा में ऐसे current assets हैं , जिनसे current liabilities को चुकाया जा सकता हैं |
ध्यान दें , current ratio का 3 से ज्यादा होना भी अच्छा नहीं होता , ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी के पास current liabilities की तुलना में कहीं ज्यादा current assets हैं , जिनका वो अच्छे से उपयोग नहीं कर पा रही | वो current assets कोई भी हो सकतें हैं जैसे cash , inventories , trade receivables इत्यादि |
उम्मीद करतें है , इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी जानकारी जैसे ( Current Ratio क्या हैं , Current Ratio formula , Current Ratio कैसे calculate किया जाता हैं तथा ideal current ratio कितना होना चाहिए इत्यादि ) आपके लिए उपयोगी साबित होगी |
अगर आपके पास इस पोस्ट से जुड़े अभी भी कोई सवाल है , तो उसे आप हमसे निचे दिए गये comment section में पूंछ सकतें हैं |