Face Value of Share Meaning in Hindi | What is Face Value with Example

Face value किसी भी शेयर की शुरुआती कीमत होती है, जो शेयर सर्टिफिकेट पर अंकित रहती है इसे शेयर की nominal value भी कहा जाता है| आमतौर पर जब कंपनियां अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देती है तो वो डिविडेंड शेयर की face value पर ही दिया जाता है| face value किसी भी कंपनी के शेयर की कुछ भी हो सकती है जैसे 1,2,5, या 10 आदि,  पर ज्यादातर कंपनियां अपने के शेयर की face value 10 ही रखती है |

Face Value with Example

मान लीजिये अमन एक shoe manufacturing unit खोलना चाहता है, जिसके लिए अमन के पास 10,00,000 की पूंजी है| अब अमन इस 10,00,000 की पूंजी को 10,000 शेयरों में बाँट देता है, तो इस प्रकार ( 10,00,000/10,000 ) = 100 रु  प्रति शेयर जो वैल्यू निकलकर आएगी, उसे उस शेयर की face value कहा जायेगा|

 

FACE VALUE की परिभाषा

Face value का मतलब किसी शेयर की शुरुआती कीमत से होता है, आमतौर पर जब किसी कम्पनी की शुरुआती पूंजी को कई no. of shares से विभाजित कर दिया जाता है, तो इससे प्रति शेयर जो value निकल कर आती है, उसे शेयर की face value कहा जाता है |

FACE VALUE और MARKET VALUE में अंतर

1. किसी शेयर की market value वो होती है, जिस price पर वो शेयर ट्रेड कर रहा होता है, जबकि किसी कम्पनी के शेयर की face value उस शेयर सर्टिफिकेट पर अंकित रहती है |

2. शेयर की मार्किट वैल्यू बाजार की demand supply और कंपनी की growth के कारण बदलती रहती है, जबकि face value fixed ही रहती है, इस पर बाजार की demand और supply का कोई प्रभाव नहीं पड़ता| यह सिर्फ तभी बदलती है जब कम्पनी stock split की प्रक्रिया अपनाती है |

3. कंपनी द्वारा दिया गया dividend हमेशा शेयर की face value पर ही दिया जाता है, न की शेयर की market price पर |

4. किसी भी कम्पनी का share price बाजार द्वारा तय किया जाता है, जबकि शेयर की face value कम्पनी की शुरुआत में promoters द्वारा तय की जाती है |

 

FACE VALUE AT PAR , AT PREMIUM , AT DISCOUNT

FACE VALUE AT PAR OR PAR VALUE

face value और par value दोनों एक ही होती है, इनमे कोई अंतर नहीं होता| जब कोई शेयर market  में अपनी face value पर बिक रहा होता है, तो ऐसे में उसे AT PAR कहा जाता है उदहारण के तौर पर अगर किसी शेयर की face value 10 रु है और वो बाजार में 10 रु की कीमत पर बिक रहा है, तो उसे SHARE AT PAR कहा जायेगा |

FACE VALUE AT PREMIUM OR PREMIUM VALUE

अगर कोई शेयर अपनी face value से अधिक कीमत पर बिक रहा होता है तो ऐसे में उसे AT PREMIUM कहा जाता है| उदहारण के तौर पर कोई शेयर जिसकी face value 10 रु है, listed होने के बाद अगर वो 20 रु में बिक रहा है, तो उसे AT PREMIUM या ABOVE PAR भी कहा जाता है |

FACE VALUE AT DISCOUNT OR AT DISCOUNT VALUE

बजाय इन दोनों के अगर शेयर अपनी face value से बाजार में कम दाम में बिक रहा है, तो उसे DISCOUNT VALUE या AT DISCOUNT कहा जाता है |

 

FACE VALUE का उपयोग

आमतौर पर शेयर की face value का उपयोग Accounting में किया जाता है :-

1. Dividend भुगतान के लिए – आमतौर जब कोई कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देती है। तो वो डिविडेंड शेयर की face value पर ही दिया जाता है |

2. Stock split के लिए – Stock split एक तरह की प्रक्रिया है, जिसमे कंपनी अपने शेयर्स के कई छोटे-छोटे टुकड़े कर देती है जैसे 1:5,1:10 इत्यादि | ध्यान दें stock split के लिए हमेशा शेयर की face value को ही काम में लिया जाता है |

3. BONUS Issue के लिए – BONUS Issue के लिए भी face value को ही आधार माना जाता है| |

4. अगर कंपनी किसी कारण दिवालिया हो जाती है, तो शेयरहोल्डर्स को उनकी पूंजी face value के आधार पर ही दी जाती है |

5. कंपनी की growth का पता लगाने के लिए – मान लीजिये XYZ कंपनी के शेयर की face value 10 रु है और इसका current share price 100 रु है, यानि इसमें 90 रु का premium शामिल है, दरअसल ये premium ही कंपनी की growth को दिखाता है | किसी भी कंपनी की growth का पता उसके शेयर की face value और उसकी current share price को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है |

 

FACE VALUE और STOCK SPLIT में सम्बन्ध

किसी भी share की face value बहुत मायने रखती है, खासतौर पर तब जब बात stock split करने की हो-

stock split एक साधारण प्रक्रिया है, जो किसी कंपनी द्वारा अपनाई जाती है इसमें कंपनी अपने शेयर्स के कई छोटे-छोटे टुकड़े कर सकती है जैसे 1:5 , 1:10 , इत्यादि| किसी भी stock split में face value बड़ी अहम् होती है, जब एक खास अनुपात में किसी शेयर के कई छोटे-छोटे टुकड़े किये जाते है, तो no. of outstanding shares की संख्या तो बढ़ जाती है, लेकिन इससे शेयर का price कम होने के साथ-साथ उसी अनुपात में शेयर की face value भी कम ही जाती है|

चलिए इसे एक उदहारण की साहयता से समझते है- 

मान लीजिये एक XYZ कंपनी है, जिसके शेयर की face value 10 और शेयर का current price 500 रु है और रमेश के पास उस कंपनी के 100 शेयर्स है

अगर कंपनी 1:5 के ratio में शेयर को split करती है, तो ऐसे stock split के बाद शेयर की market value 100 रु और face value 2 रु हो जाएगी|

आमतौर पर कम्पनियाँ stock split की प्रक्रिया तभी अपनाती है, जब शेयर का price काफी ज्यादा हो जाता है, stock split की साहयता से शेयर को कई छोटे-छोटे हिस्सों में बाँट दिया जाता है, जिससे छोटे निवेशक उस शेयर को ज्यादा से ज्यादा खरीद सके, इससे shares में liquidity बनी रहती है|

 

FACE VALUE कैसे calculate की जाती है ?

FACE VALUE को calculate करना बहुत ही सरल है, जैसा की हम जानते है face value तब निकलकर आती हैं, जब किसी कंपनी की शुरूआती पूंजी को कई no. of shares से divide कर दिया जाता है |

face value को calculate करने के लिए balance sheet को एक जरुरी आधार माना जाता है, क्योंकि इसी में share capital की सम्पूर्ण जानकारी मौजूद होती है| किसी भी शेयर की face value निकालने के लिए Equity share capital को total no. of outstanding shares से divide कर दिया जाता है, इस प्रकार जो value निकलकर आती है उसे शेयर की face value कहा जाता है |

चलिए इसे TCS के उदहारण से समझते है-

TCS Equity share capital = 369.91 cr  / TCS Total outstanding shares = 369,99,051,373 cr

= 1

तो इस तरह आपने देखा की किसी शेयर की face value कैसे निकालते है |

 

किसी भी शेयर की FACE VALUE कैसे पता करें ?

किसी भी शेयर की face value का पता कंपनी की Financial statements से आसानी से लगाया जा सकता है, लेकिन इसे आप ECONOMICS TIMES की website से भी देख सकते है|

 

 

 

उम्मीद करतें है इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी जानकारी जैसे ( face value क्या है , face value का उपयोग तथा face value कैसे calculate की जाती है इत्यादि ) आपके लिए उपयोगी साबित होगी|

अगर आपके पास इस पोस्ट से जुड़े अभी भी कोई सवाल है, तो उसे आप हमसे निचे दिए गए comment section में पूंछ सकतें है|

 

 

 

 

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