इससे पिछले article में हमने Current Ratio के बारें बात की थी , जहाँ हमने ये बताया था , की current ratio का उपयोग किसी कंपनी की short-term में liquidity पता करने के लिए किया जाता हैं |
आज के इस article में हम Quick Ratio के बारें में जानने वाले हैं , जैसे Quick Ratio क्या हैं , Quick Ratio formula , Quick Ratio calculation तथा ये Current Ratio से किस तरह अलग हैं इत्यादि | तो चलिए शुरू करतें हैं –
Quick Ratio क्या हैं ?
Quick Ratio “current ratio की ही तरह एक liquidity ratio है , जिसका उपयोग किसी कंपनी की liquidity पता करने के लिए किया जाता हैं | ideally यह current ratio की तुलना में एक कदम आगे हैं , क्योंकि quick assets में उन्ही current assets को शामिल किया जाता हैं , जिन्हे 2-3 महीने की भीतर आसानी से cash में convert किया जा सकता हैं |
Quick Ratio यह बताता हैं , की अगर किसी कंपनी को 2-3 महीने के भीतर अपनी सभी current liabilities pay करनी पड़ जाती हैं , तो क्या उसके पास पर्याप्त मात्रा में ऐसे quick assets हैं , जिनसे वो अपनी current liabilities चूका सके |
Quick Ratio Formula
ध्यान दें , Quick Assets आपको किसी balance sheet में दी हुई नहीं होती , बल्कि इसके लिए आपको current assets में से inventories और prepaid expenses को घटाना होता हैं , इस प्रकार आपको Quick Assets मिल जाती हैं |
Quick Assets = Current Assets − Inventories − Prepaid expenses
इसके आलावा current liabilities आप कंपनी की balance sheet में आसानी से देख सकतें हैं |
Quick Ratio कैसे Calculate करें ?
मान लीजिये एक XYZ कंपनी हैं , जिसके पास current assets 60,000 , Inventories 25,000 और current liabilities 70,000 है , तो इसका Quick Ratio क्या होगा ?
current assets 60,000
Inventories 25,000
current liabilities 70,000
Quick Assets = 60,000 − 25,000
= 35,000
Quick Ratio = 35,000 / 70,000
= 0.5
इस तरह आप किसी भी कंपनी का Quick Ratio निकाल सकतें हैं |
Quick Ratio के कम या ज्यादा होने पर क्या पता चलता हैं ?
आमतौर पर जब किसी कंपनी का Quick Ratio 1 से कम होता हैं , तो इसका मतलब साफ़ हैं , की कंपनी के पास पर्याप्त मात्रा में ऐसे Quick Assets नहीं हैं , जिनसे वो अपनी current liabilities चूका पाएं | इससे कंपनी को short-term में liquidity की समस्या हो सकती हैं |
वहीँ अगर यह Ratio 3 से ऊपर होता हैं , तो यह बताता हैं , की कंपनी के पास उसकी current liabilities चुकाने की तुलना में कहीं ज्यादा current assets हैं , जिनका वो अच्छे से उपयोग नहीं कर पा रही |
एक अच्छा Quick Ratio कितना होना चाहिए ?
Ideally Quick Ratio 1 से 2 के बीच अच्छा माना जाता हैं , जिसका मतलब हैं , की कंपनी के पास पर्याप्त मात्रा में ऐसे Quick Assets है , जिनसे समय आने पर वो अपनी सभी current liabilities चूका सकती हैं |
Quick Ratio vs Current Ratio in Hindi
Current Ratio और Quick Ratio दोनों का उपयोग कंपनी की liquidity जांचने के लिए किया जाता हैं | जहाँ current ratio calculate करतें समय उन current assets को लिया जाता हैं , जिन्हे एक वर्ष के भीतर आसानी से cash में convert किया जा सकता हैं |
वहीँ , Quick Ratio में सिर्फ उन्ही assets को लिया जाता हैं , जिन्हे 2-3 महीने के भीतर आसानी से cash में convert किया जा सकता हो , इसलिए Quick Ratio calculate करतें समय current assets में से Inventory और Prepaid expenses को घटा दिया जाता हैं , क्योंकि इन्हे इतने कम समय में cash में convert नहीं किया जा सकता हैं | इसलिए Quick Ratio “Current Ratio” की तुलना में थोड़ा ज्यादा conservative माना जाता हैं , क्योंकि यह बहुत छोटी समय-अवधि को ध्यान में रखकर निकाला जाता हैं |
उम्मीद करतें है , इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी जानकारी जैसे ( Quick Ratio क्या हैं , Quick Ratio formula , Quick Ratio calculation तथा Quick Ratio vs Current Ratio ) इत्यादि आपके लिए उपयोगी साबित होगी |
अगर आपके पास इस पोस्ट से जुड़े अभी कोई सवाल हैं , तो उसे आप हमसे निचे दिए गये comment section में पूंछ सकतें हैं |
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