Diluted EPS क्या हैं | Diluted EPS Meaning in Hindi

नमस्कार दोस्तों , इससे पिछले article में हमने EPS के बारें में जाना था , जहाँ हमने इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब दिए थें | आज के इस article में हम Diluted EPS के बारें में जानने वाले हैं , जैसे Diluted EPS क्या हैं , Diluted EPS formula , किसी निवेशक के लिए Diluted EPS क्यों महतवपूर्ण हैं , इसकी सीमाएं , तथा Diluted EPS कैसे calculate किया जाता है , इत्यादि | तो चलिए शुरू करतें हैं

 

Diluted EPS क्या हैं ?

EPS यानि ” Earning per share “  जहाँ Basic EPS किसी कंपनी की Net Income को उसके Total no. of Outstanding shares से विभाजित करने पर ” प्रति शेयर आय “ को दिखाता हैं | वहीँ Diluted EPS यह बताता हैं , की अगर किसी कंपनी को अपनी सभी Convertible Securities जैसे Employee stock option , Convertible bonds & Debentures , Stock warrants  इत्यादि  Common shares में convert करनी पड़ जाती हैं , तो उसके मौजूदा EPS पर क्या प्रभाव पड़ेगा , और कितना प्रभाव पड़ेगा |

उदहारण के तौर पर ,

अगर किसी कंपनी की Net Income 100 रु हैं , और उसे 100 शेयर्स में बांटना पड़े , तो यह 1 रु प्रति शेयर होगी | लेकिन अगर वही 100 रु की Income अगर 200 शेयर्स में बांटनी पड़े , तो यह 0.5 रु होगी |

ध्यान दें ,

कंपनी द्वारा जारी की गयी Convertible Securities कंपनी के मौजूदा Common shares से अलग होतें हैं , इसलिए कम्पनियाँ अपनी Income statement में Basic EPS के साथ Diluted EPS भी दर्शाती हैं |

ऐसा इसलिए , मान लीजिये worst case scenario में अगर कंपनी को अपनी सभी Convertible Securities ” Common shares ” में Convert करनी पड़ जाती हैं , तो कंपनी का मौजूदा EPS कितना गिर सकता हैं |

ध्यान दें , Basic EPS की तुलना में Diluted EPS हमेशा कम ही रहता हैं | Diluted EPS “Basic EPS “ की तुलना में एक कदम आगे हैं , जो Investors को कंपनी की Financial position की एक साफ़ तस्वीर प्रदान करता हैं |

 

Diluted EPS Formula

जैसा की हमने जाना था , की Basic EPS calculate करने के लिए numerator में Net Income में से preferred dividend को घटाया जाता हैं , और denominator में दिए गए total no. of outstanding shares से विभाजित किया जाता हैं |

लेकिन Diluted EPS की calculation करतें समय denominator में weighted average outstanding shares को लिया जाता हैं , इसके साथ ही इसमें उन सभी convertible securities को जोड़ा जाता हैं , जिन्हे भविष्य में common shares में convert किया जा सकता हैं , तो इस प्रकार diluted eps का formula होगा –

 

Diluted EPS Formula

 

Diluted EPS Example in Hindi

मान लीजिये एक XYZ कंपनी हैं , जिसकी Net Income 6,00,000  , Preferred dividend 1,00,000  और वित्तीय वर्ष की शुरुआत में कंपनी के पास 3,00,000 शेयर्स हैं , जो की 6 महीने बाद बढ़कर 4,00,000 हो जातें हैं | इसके अलावा कंपनी के पास 30,000 के stock options और Convertible debt 50,000 का मौजूद हैं | तो XYZ कंपनी का Diluted EPS क्या होगा ?

Net Income − Preferred dividend / Weighted no. of average outstanding shares + Stock options + Convertible debt 

Weighted no. of Average shares

( 3,00,000 × 0.5 ) + ( 4,00,000 × 0.5 )

= 1,50,000 + 2,00,000

= 3,50,000

तो Diluted EPS होगा ,

= 6,00,000 − 1,00,000 / 3,50,000 + 80,000

= 5,00,000 / 4,30,000

= 1.16 per share

 

इसका मतलब हैं , अगर कंपनी XYZ अपनी सभी Convertible securities को Common shares में convert करने का निर्णय लेती हैं , तो कंपनी का Diluted EPS 1.16 per share होगा |

इस तरह आप किसी भी कंपनी का Diluted EPS निकाल सकतें हैं | ये Interpretation आप को सिर्फ समझाने के लिए था | असल में आपको इसे manually calculate करने की जरुरत नहीं पड़ती , बल्कि कम्पनियाँ अपनी Income statement में Basic EPS के साथ Diluted EPS भी mention करती हैं | आप इसे आसानी से वहां भी देख सकतें हैं

 

Diluted EPS क्यों महत्वपुर्ण हैं ?

जैसा की हमने बताया , की Basic EPS की तुलना में Diluted EPS एक कदम आगे हैं | जिस कारण यह कंपनी की financial position की एक साफ़ तस्वीर प्रदान करता हैं | ऐसा इसलिए क्योंकि , Diluted EPS की calculation करतें समय उन सभी Convertible securities को शामिल किया जाता हैं , जिन्हे आसानी से common shares में convert किया जा सकता हैं | इसलिए इसे manipulate कर पाना न के बराबर होता हैं |

इसके अलावा , अगर आप किसी भी कंपनी का Diluted EPS पता कर रहें हैं , तो उसे उसी sector की बाकी कंपनियों के Diluted EPS के साथ जरूर compare करें |

 

Diluted EPS की सीमाएं

Diluted EPS एक बेहद जरुरी financial metric हैं , जो की कंपनी के financial position की एक साफ़ तस्वीर प्रदान करता है , लेकिन इसकी calculation करना Basic EPS की तुलना में उतना ही कठिन हैं | इसके लिए आपको कंपनी के financial notes को बारीकी से study करना पड़ता हैं , यही इसकी सबसे बड़ी खामी हैं |

 

 

 

उम्मीद करतें हैं , इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी जानकारी जैसे ( Diluted EPS क्या हैं , Diluted EPS formula , Diluted EPS क्यों महत्वपुर्ण हैं ) इत्यादि , आपके लिए उपयोगी साबित होगी |

अगर आप पास इस पोस्ट से जुड़े अभी भी कोई सवाल हैं , तो उसे आप हमसे निचे दिए गएँ comment section में पूंछ सकतें हैं |

 

 

 

 

 

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