नमस्कार दोस्तों , इससे पिछले article में हमने Operating profit के बारें में बात की थी | अगर आप Operating profit के बारें में और ज्यादा जानना चाहतें हैं , तो आप हमारी पोस्ट “ Operating profit क्या हैं ? “ इसे पढ़ सकतें हैं | आज के इस article में हम उसी विषय को आगे बढ़ाते हुए Operating profit margin के बारें में जानने वाले हैं , जैसे Operating profit margin क्या हैं , Operating profit margin formula , Operating profit margin example , तथा Operating profit margin इतना क्यों महतवपूर्ण हैं , इत्यादि | तो चलिए शुरू करतें हैं –
Operating Profit Margin क्या हैं ?
Operating profit margin एक profitability ratio हैं , जो Investor और Creditors के point of view से कंपनी के management की efficiency को बताता हैं | कंपनी का management जितना ज्यादा efficient होगा , कंपनी के operating profit margin उतने ही ज्यादा होंगे |
किसी भी कंपनी का operating profit margin पता लगाने के लिए operating profit को Revenue से भाग दिया जाता हैं , तथा यह पता लगाया जाता हैं , की कंपनी अपनी Net sales की तुलना में कितने प्रतिशत operating profit margin कमा रही हैं | ध्यान दें , operating profit margin हमेशा प्रतिशत में निकाला जाता हैं , ज्यादा margin मतलब कंपनी ज्यादा profitable .
Operating Profit Margin Formula
किसी कंपनी का operating profit margin कैसे पता लगाया जाता हैं , चलिए इसे एक उदहारण की साहयता से समझतें हैं –
Operating Profit Margin Example
मान लीजिये एक ABC Automobile manufacturing company हैं , जो की कार बनाने का काम करती हैं | कंपनी वर्ष 2017 के दौरान रु 7,00,000 की sales करती हैं , जिसमे से COGS – 3,00,000 और सभी तरह के operating expenses – 1,80,000 हैं , तो कंपनी के operating profit margin क्या होंगे ?
Revenue – 7,00,000
COGS – 3,00,000
Operating expenses – 1,80,000
Operating profit = Revenue − COGS − Operating expenses − Depreciation & Amortization
Operating profit = 7,00,000 − 3,00,000 − 1,80,000
= 2,20,000
Operating profit margin = ( 2,20,000 / 7,00,000 ) × 100
= 31.4 %
आप देख सकतें हैं , की कंपनी ABC के OPM 31.4 % हैं , जिसका अर्थ हैं , कंपनी हर 100 रु की sales पर रु 31 operating profit कमा रही हैं
ध्यान दें , Operating profit margin अपने आप में कुछ नहीं बताता , जब तक इसकी तुलना इसकी Competitors कंपनियों से न की जाएँ | कंपनी ABC के margin कम हैं या ज्यादा , इसके लिए हमे इसकी तुलना इसके competitors से करनी होगी | चलिए इसे एक और उदहारण की साहयता से समझतें हैं –
Example 2
मान लीजिये एक XYZ कंपनी हैं , जो की same industry यानि ( Auto Industry ) में काम कर रही हैं | कंपनी वित्तीय वर्ष 2017 के दौरान रु 8,50,000 की sales करती हैं , जिसमे से कंपनी का COGS – 3,50,000 और कंपनी के सभी तरह के operating expenses – 2,90,000 हैं , तो इस कंपनी के OPM क्या होंगे ?
Revenue – 8,50,000
COGS – 3,50,000
Operating expenses – 2,90,000
Operating profit = 8,50,000 − 3,50,000 − 2,90,000
= 2,10,000
Operating profit margin = ( 2,10,000 / 8,50,000 ) × 100
= 25 %
आप देख सकतें हैं , कंपनी ABC की तुलना में कंपनी XYZ के OPM कम हैं | जिसका मतलब हैं , कंपनी XYZ की तुलना में कंपनी ABC का management कंपनी के operations को efficiently manage कर रहा हैं , यानि कंपनी ABC एक profitable कंपनी हैं |
Operating Profit Margin क्यों मह्त्वपूर्ण हैं ?
Operating profit margin एक मह्त्वपूर्ण profitability ratio हैं , जो की कंपनी के खर्चों को ध्यान में रखकर निकाला जाता हैं तथा यह कंपनी के management efficiency के बारें में बताता हैं |
ध्यान दें , इस ratio का उपयोग करने के लिए कंपनी का same industry और same business model होना जरुरी हैं , बजाय इसके अगर आप इसका उपयोग किसी दूसरे sector की कंपनियों से इसकी तुलना कर रहें हैं , तो यह पूरी तरह से meaning less होगा |
Generally , किसी कंपनी के operating profit margin को better management control , resources का अच्छे से उपयोग , बेहतर pricing और effective marketing करके बढ़ाया जा सकता हैं |
उम्मीद करतें हैं , इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी जानकारी जैसे ( Operating profit margin क्या हैं , Operating profit margin formula तथा Operating profit margin क्यों मह्त्वपूर्ण हैं ) इत्यादि , आपके लिए उपयोगी साबित होगी |
अगर आपके पास इस पोस्ट से जुड़े अभी कोई सवाल हैं , तो उसे आप हमसे निचे दिए गयें comment section में पूंछ सकतें हैं |