अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता हैं , की Private limited company और Public limited company क्या हैं | कई लोगों का मानना हैं हैं , की Public limited company सरकारी कंपनी होती हैं , तो कई लोग अपने ही मन मुताबिक़ इसकी परिभाषा बना लेते हैं |
दरअसल ऐसा नहीं हैं , Public limited company एक सरकारी कंपनी न होकर , एक ऐसी कंपनी हैं , जो की Stock Exchange पर listed हैं , यानि की उनके शेयरों की खरीद-बिक्री की जा सकती हैं |
जबकि Private limited कम्पनियाँ वो होती हैं , जो Stock Exchange पर listed नहीं होती |
Private limited company और Public limited company ऐसे कई अंतर हैं , जो इन्हे एक दूसरे से काफी अलग बनाते हैं | चलिए एक-एक करके उनके बारें में जानते हैं , लेकिन उससे पहले अच्छे से ये समझ लेते है , की आखिर Private limited company और Public limited company होती क्या हैं ?
Private limited company क्या हैं ?
Private limited company एक निजी कंपनी हैं , जो की stock exchange पर listed नहीं होती | जिस वजह से , इस तरह की कम्पनियाँ आम जनता को अपने शेयर नहीं issue कर सकती |
अब जाहिर सी बात हैं , अगर कंपनी stock exchange पर listed नहीं हैं , तो कंपनी के पास शेयरहोल्डर्स भी सिमित होंगे , जिन्हे वो अपने शेयर issue कर सकती हैं |
दरअसल Private limited company में शेयरहोल्डर्स की न्यूनतम संख्या 2 और अधिकतम संख्या 200 तक हो सकती हैं , यानि वो 200 से ज्यादा private investors को अपने शेयर नहीं issue कर सकती हैं |
इसके अलावा Private limited कंपनी में Director की संख्या न्यूनतम 2 और अधिकतम संख्या 15 तय की गयी हैं |
Private limited company के नाम के पीछे ” Private limited “ लगा होना जरुरी हैं , और इसी के साथ Private limited कंपनियों के लिए min. paid up capital कम से कम 1 लाख तय की गयी हैं |
इसके अलावा Private limited कंपनी Registered होने के साथ , यानि Incorporation certificate मिलने के बाद अपना व्यवसाय शुरू कर सकती हैं | चलिए अब समझतें हैं , की Public limited company क्या हैं ?
Public limited company क्या हैं ?
Public limited company ” Private limited ” कंपनी से अलग होती हैं , जैसा की नाम से ही पता चलता हैं | यहाँ पर public limited से मतलब सरकारी कंपनी बिलकुल नहीं हैं |
दरअसल , एक Public Limited कंपनी वो होती हैं , जो stock exchange पर listed हैं | जिनके शेयरों में रोजाना खरीद और बिक्री होती रहती हैं |
इसका मतलब यह हुआ , की Public limited कंपनी आम जनता को अपनी कंपनी की हिस्सेदारी बेचकर उनसे पैसा जुटा सकती हैं |
दरअसल , एक Private limited company भी ” Public limited “ कंपनी बन सकती हैं । बर्शते , इसके लिए सबसे पहले उसे अपना IPO यानि ” Initial Public Offering “ लाना पड़ेगा |
अगर आप IPO के बारें में और ज्यादा जानना चाहतें हैं , तो आप हमारी पोस्ट IPO क्या हैं ? इसे पढ़ सकतें हैं |
अब हालाँकि , Public limited कंपनी के पास Funds जुटाने के कई रास्ते हैं , जैसे ( Issuing shares , Issuing bonds ) इत्यादि |
इसलिए इन कंपनियों की जवाबदेही भी ” Private limited ” कंपनियों की तुलना में ज्यादा होती हैं , जैसे Public limited कंपनियों को वार्षिक आम बैठक ( Annual General Meeting ) यानि ( AGM ) बुलाना जरुरी हैं , जिसमे व्यक्तिगत रूप से कम से कम 5 सदस्य का होना जरुरी हैं |
इसके अलावा Public limited कंपनी शुरू करने के लिए न्यूनतम सदस्यों की संख्या 7 और अधिकतम सदस्यों की संख्या ” Unlimited ” तय की गयी हैं , यानि Public limited कंपनी अगर चाहें , तो जितने चाहें लोगों को अपने शेयर issue कर सकती हैं | इसके लिए कोई प्रतिबन्ध नहीं हैं |
Public limited कंपनी के लिए Director की न्यूनतम संख्या 3 और Paid up capital कम से कम 5 लाख की राशि तय की गयी हैं |
इसके अलावा जो सबसे जाना-पहचाना अंतर , हमारे दिमाग में आता हैं , वो हैं नाम का !
जहाँ पर Private limited कंपनी के नाम के पीछे ” Private limited “ लगाना जरुरी हैं | वहीँ , Public limited कंपनियों के लिए , उनके नाम के पीछे सिर्फ ” Limited “ लगाना ही काफी हैं |
चलिए अब इन दोनों के बीच के अंतर के समझ लेते है :-
Private limited company और Public limited company में अंतर –
अंतर का आधार | Private limited company | Public limited company |
---|---|---|
न्यूनतम सदस्य | Private limited company में न्यूनतम सदस्यों की संख्या 2 तय की गयी हैं | | वहीँ , Public limited company के लिए यह संख्या कम से कम 7 सदस्यों की हैं | |
अधिकतम सदस्य | Private limited company में shareholders की अधिकतम संख्या 200 तक ही हो सकती हैं | | वहीँ , Public limited company के लिए अधिकतम सदस्यों की कोई सीमा तय नहीं हैं | ये जितने चाहे , उतने लोगो को अपने शेयर issue कर सकती हैं | |
न्यूनतम निदेशक | इसमें कम से कम 2 Director होने चाहिए | | Public limited company के लिए न्यूनतम Directors की संख्या 3 तय गयी हैं | |
जनता को निमंत्रण | इसमें आम जनता को share issue करके पैसा नहीं जुटाया जा सकता | | Public limited company आम जनता को अपने share issue करके उनसे पैसा जुटा सकती हैं | |
न्यूनतम पूंजी | इसमें Paid-up capital कम से कम 1 लाख होनी चाहिए | | वहीँ , Public limited company में Paid-up capital कम से कम 5 लाख होमी चाहिए | |
कंपनी का नाम | इसमें कंपनी के नाम के पीछे ” Private limited ” लगाना जरुरी हैं | | वहीँ , Public limited कंपनियों के नाम के पीछे सिर्फ ” limited ” लगाना ही काफी हैं | |
उम्मीद करतें हैं , इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी जानकारी जैसे ( Private limited company और Public limited company क्या हैं , Private limited company और Public limited company के बीच अंतर , इत्यादि ) आपके लिए उपयोगी साबित होगी |
अगर आपके पास इस पोस्ट से जुड़े अभी भी कोई सवाल हैं , तो उसे आप हमसे निचे दिए गए comment section में पूंछ सकतें हैं |
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