कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को भेजी एक रिपोर्ट में जानकारी दी हैं , की उसने कोकापेट इलाके में 3 एकड़ प्राइम जमीन खरीदी है। गौर करने वाली बात ये है कि ये एक महीने के अंदर शहर में कंपनी का दूसरा जमीन अधिग्रहण है। ये कदम भारत के सबसे तेजी से बढ़ते रियल एस्टेट बाजारों में से एक में कंपनी की मजबूत उपस्थिति बनाने की उनकी रणनीति को दर्शाता है।
सुविधा के लिए रणनीतिक लोकेशन:
ये जमीन आउटर रिंग रोड जंक्शन और गोल्डन माइल रोड के पास स्थित है, जो डेवलपमेंट के लिए काफी संभावनाएं रखती है। कोकापेट अपने चहल-पहल भरे कमर्शियल और आवासीय माहौल के लिए जाना जाता है। यहां स्कूल, अस्पताल, रिटेल और कमर्शियल स्पेस जैसी अच्छी तरह से स्थापित सामाजिक और नागरिक सुविधाएं भी मौजूद हैं। ये इलाका राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और शहर के प्रमुख केंद्रों के लिए भी आसान कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
बुकिंग वैल्यू में बढ़ोत्तरी:
इस अधिग्रहण के साथ, हैदराबाद में Godrej Properties की कुल बुकिंग वैल्यू क्षमता अब सीधे 4,800 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। नई खरीदी गई जमीन पर बनने वाले प्रोजेक्ट से लगभग 1.2 मिलियन वर्ग फुट बिकने योग्य क्षेत्रफल मिलने का अनुमान है। इसमें मुख्य रूप से अलग-अलग तरह के प्रीमियम आवासीय अपार्टमेंट शामिल होंगे। इस डेवलपमेंट की अनुमानित बुकिंग वैल्यू 1,300 करोड़ रुपये है, जो इस क्षेत्र में भारी निवेश और विकास की संभावनाओं को रेखांकित करता है।
लंबे समय की वैल्यू पर फोकस:
इस अधिग्रहण पर संतोष व्यक्त करते हुए, गोदरेज प्रॉपर्टीज के एमडी और सीईओ, श्री गौरव पांडे ने कहा, “हमें हैदराबाद में एक और प्रोजेक्ट जोड़ने की खुशी है, जो देश के सबसे बड़े और सबसे तेजी से बढ़ते आवासीय रियल एस्टेट बाजारों में से एक है। यह हमारी विस्तार रणनीति के साथ अच्छी तरह से मेल खाता है और एक प्रमुख राष्ट्रीय रियल एस्टेट डेवलपर के रूप में हमारी स्थिति को और मजबूत करेगा। हमारा लक्ष्य एक शानदार आवासीय समुदाय बनाना है जो अपने निवासियों के लिए लंबे समय तक फायदेमंद साबित हो।”
( डिस्क्लेमर : ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह की इन्वेस्टमेंट सलाह नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी इन्वेस्टमेंट का फैसला लेने से पहले किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। )